महावीर जयंती


जब मनुष्यता घायल होती पशुता हंसती है
दानवता के अट्टहास से धरती धंसती है
नही बांटता दीन दुखी की जब कोई भी पीर
स्मित अधरों पर लेकर के आ जाते महावीर





















महावीर जयंती की कोटि -कोटि बधाइयां

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